Homeकला-संस्कृति कला-संस्कृतिस्त्रीवाद मालिनी अवस्थी से बातचीत By streekaal February 10, 2016 0 5 FacebookTwitterPinterestWhatsApp लोकगायिका मालिनी अवस्थी से संजीव चंदन की बातचीत. मालिनी ने लोक गीतों की विधा , अपने करियर विवाह , परिवार , स्त्री -अधिकार पर बात की – गीतों और बातचीत के जरिये अपनी बात कही . Tagsमालिनी अवस्थीलोक गायिकावीडियो Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp Previous articleस्त्री संवेदना का नाटक गबरघिचोरNext articleआज़ादी मेरा ब्रांड उर्फ कोई वक्त गलत नहीं होता Related Articles साहित्य अस्सी प्रतिशत स्त्रियों की कथा खबरें पीढ़ा घिसता है तो पीढ़ी बनती है स्त्रीवाद तनाव-क्षेत्र में महिलाओं को नज़रअंदाज करने से समाज का नुकसान ISSN 2394-093X 418FansLike783FollowersFollow73,600SubscribersSubscribe Latest Articles साहित्य अस्सी प्रतिशत स्त्रियों की कथा खबरें पीढ़ा घिसता है तो पीढ़ी बनती है स्त्रीवाद तनाव-क्षेत्र में महिलाओं को नज़रअंदाज करने से समाज का नुकसान क़ानून उत्तराखंड समान नागरिक संहिता पर महिलाओं की आपत्तियां स्त्रीवाद भारतीय पुलिस-तंत्र में महिलाओं की स्थिति: ‘गुनाह-बेगुनाह’ उपन्यास के विशेष सन्दर्भ में- केएम प्रतिभा Load more