‘‘अनाघ्रातम पुष्पम, असूर्यंपश्या से रमणेषु रम्भा तक’’
संध्या सिंह
विभागाध्यक्ष ‘हिन्दी’
डी0ए0वी0पी0जी0 कालेज
लखनऊ. संपर्क :sandhyasinghdr1@gmail.com
इस लेख में कोशिश की गई है स्त्रीलेखन के बहाने मानव सभ्यता के सबसे पुराने विवाद से साक्षात्कार...
‘अर्थ स्वातंत्र्य ’ स्त्री मुक्ति की पूर्व शर्त
सुनीता
आम्बेडकर विश्वविद्यालय,दिल्ली के हिन्दी विभाग में शोधरत , संपर्क : sunitas988 gmail.com
भारतीय संस्कृति स्त्री विरोधी है और यहाँ स्त्री की छवि परम्परागत मलबे...
वैचारिक और घरेलू पत्रिकाओं में स्त्री मानसिकता का निर्माण
प्रियंका सिंह
दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में शोधरत। तदर्थ प्रवक्ता,हिन्दी विभाग,दौलत राम महाविद्यालय ,दिल्ली विश्वविद्यालय । संपर्क : singh.priyanka135@gmail.com
संदर्भ: स्त्री-काल, आजकल,अहा !...
इतिहास के आईने में महिला आंदोलन
निवेदिता
मूलतः पत्रकार निवेदिता सामाजिक सांस्कृतिक आंदोलनों में भी सक्रिय रहती हैं. एक कविता संग्रह ‘ जख्म जितने थे' प्रकाशित . सम्पर्क : niveditashakeel@gamail.com
नारीवादी...
हिंदी भाषा में स्त्री-विमर्श
राजेन्द्र प्रसाद सिंह
भाषाशास्त्री. हाशिये का विमर्शकार. ' हिन्दी साहित्य का सबाल्टर्न इतिहास' सहित आधा दर्जन से अधिक किताबें प्रकाशित. संपर्क : ईमेल: rpsingh.ssm65@yahoo.in मो. -...
निराला की कविता में स्त्री मुक्ति का स्वर
नीरज कुमार
निराला का ब्याह तेरह (13) बरस की उम्र के आस-पास हो गया था। तकरीबन सोलह (16) बरस की उम्र में उनका गौना हुआ।...
रीतिकाल में स्त्रीं-यौनिकता का सवाल उर्फ देह अपनी बाकी उनका
नीलिमा चौहान
पेशे से प्राध्यापक नीलिमा 'आँख की किरकिरी ब्लॉग का संचालन करती हैं. संपादित पुस्तक 'बेदाद ए इश्क' प्रकाशित संपर्क : neelimasayshi@gmail.com.
भारतीय संदर्भों...
पुंसवादी आलोचना के खतरे और महादेवी वर्मा
सुधा सिंह
आलोचक सुधा सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाती हैं. ज्ञान का स्त्रीवादी पाठ , स्त्री अस्मिता साहित्य और विचारधारा, आदि कई किताबें...
हिन्दी पाठ्यपुस्तकों में स्त्री छवि
कमलानंद झा
कमलानंद झा केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिहार में हिन्दी अध्ययन के विभागाध्यक्ष हैं. इन्होने पाठ्यक्रमों की सामाजिकी पर शोध किया है : मोबाइल...
अरूणा शानबाग – आखिर कब तक???
ज्योति गुप्ता
अरूणा शानबाग का निधन हमारी खोखली व्यवस्था पर कई सवाल उठाता है। यातना में बिताए उसके हर वो पल पूछ रहे हैं कि...