स्त्रीवाद के भीतर दलित स्त्रीवाद
साभार: विस्फोट.कॉम
‘दलित स्त्रीवाद का सभी मुक्तिकामी आन्दोलनों की उपलब्धियों पर दावा है, सबके साथ अलायंस है ,सबकी सीमाओं को अहसास कराते हुए.’ यह निष्कर्ष...
‘स्त्रीवाद मानव मुक्ति का आंदोलन है’
अनामिका हिंदी की चर्चित कवयित्री हैं.
उन्होंने उपन्यास भी लिखे हैं और स्त्रीवादी आलोचना की पुस्तकें भी. वे
नियमित तौर पर समसामयिक लेखन भी करती हैं....