( प्रख्यात आलोचक मैनेजर पाण्डेय सविता सिंह की कविताओं के सन्दर्भ में लिखते हैं, ‘ सविता सिंह की कविताओं में गहरा आत्म संघर्ष है और आत्म मंथन भी उनमें स्त्री की स्वायतता का बोध है . उस बोध से ही स्त्री पराधीनता के परंपरा जनित शाप से मुक्त होती हैं . लेकिन सविता सिंह का स्वायतता … Continue reading सविता सिंह की कवितायें
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed