वे नहीं चाहते कि आजाद सोच के लोग पैदा हों: तीस्ता सीतलवाड़

स्त्रीकाल से बातचीत करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और संपादक तीस्ता सीतलवाड़ इस समय  की  चुनौतियों, जनता के संघर्ष  की  प्राथमिकताओं, न्याय व्यवस्था, जेंडर और जाति के  सवाल पर बात की. तीस्ता सीतलवाड़ पिछले कई सालों से गुजरात के  दंगा  पीड़ितों  को  न्याय के  लिए  कई मोर्चों  पर  सक्रिय हैं, इसलिए  सत्ता के निशाने पर भी हैं.

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ISSN 2394-093X
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