हिन्दी कविता का स्त्रीवादी स्वर: अनामिका

पिछले दिनों स्त्री रचनाकारों पर हमले और स्त्रीवादी संघर्ष दोनो की प्रतीक बनी अनामिका का आज जन्मदिन (17 अगस्त) है. वे हिन्दी साहित्य की उन चुनिन्दा रचनाकारों में हैं जो न सिर्फ स्त्रीवादी लेखन करती हैं, बल्कि खुद को स्त्रीवादी घोषित भी करती हैं. उनकी सात कविताएं उनके स्वर में.

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