रविवार को दुनिया की अपनी पहली यात्रा पर भारतीय नौसेना की 6 महिला अफसरों ने ‘नाविका सागर परिक्रमा’ की शुरुआत की. इस टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही हैं. उनके साथ लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, पी.स्वाति और लेफ्टिनेंट एस.विजया देवी, बी.ऐश्वर्या और पायल गुप्त हैं.महिला टीम ने अपनी यात्रा गोवा के तट से शुरू की है. इनकी यात्रा दुनिया के विभिन्न सागरों से होते हुए मार्च, 2018 में समाप्त होगी. यह पूरी यात्रा पांच चरणों में पूरी होगी. इस दौरान टीम अपने पोत के साथ राशन और मरम्मत के काम के लिए ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फॉकलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बंदरगाहों पर रुकेगी.
लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी की स्कूली शिक्षा-दीक्षा श्रीनगर गढ़वाल और ऋषिकेश से हुई है। उनके पिता पीके जोशी गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के शिक्षा विभाग के प्रोफ़ेसर हैं। जबकि उनकी माता अल्पना जोशी राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में हिंदी विभाग की अध्यक्ष हैं। 2010 में वर्तिका नौसेना में अधिकारी बनी थी। उन्होंने ऐमिटी यूनिवर्सिटी से एरोस्पेस इंजिनियरिंग में बीटेक किया था। नौसेना में भर्ती होने के बाद वह ब्राजील के रियो डि जिनोरियो से दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन तक पांच हजार नॉटिकल मील का समुद्री अभियान तय कर चुकी हैं। टीम की सदस्य प्रतिभा जामवाल भी उत्तराखंड की हैं, वे कुल्लू शहर के मौहल क्षेत्र से संबंध रखती हैं.
वर्तिका जोशी |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन महिला अफसरों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने टि्वटर पर लिखा, ‘आज विशेष दिन है. नौसेना की छह महिला अधिकारियों ने आईएनएसवी तरिणी से दुनिया का चक्कर लगाने की यात्रा शुरू की.’ उन्होंने लिखा, ‘पूरा देश एक साथ मिलकर नाविका सागर परिक्रमा की टीम को शुभकामनाएं दे रहा है और उनकी इस असाधारण यात्रा के लिए शुभेच्छा.’