दीवारों में उकेरी गई आकर्षक पेंटिंग,स्मार्ट क्लास,कंप्यूटर क्लास,और किचन गार्डेन विद्यालय को दिला रहे हैं अलग पहचान
सिमडेगा शहरी क्षेत्र से करीब 30 किमी की दूरी पर केरसई प्रखंड अंतर्गत बासेन बखरी टोली में राजकीयकृत मध्य विद्यालय बासेन स्थित है। करीब 600 जनसंख्या वाले इस गाँव में स्थित यह विद्यालय अपने शैक्षणिक क्रियाकलापों और गतिविधियों के कारण चर्चा में है। रास्ते से गुजरते वक्त जब आप विद्यालय को देखेंगे तो भौचक रह जायेंगे। कतारबद्ध खड़े लंबे अशोक पेड़, चारदिवारी में उकेरी गई शिक्षावर्धक पेंटिंग, बागवानी, फुलवारी आदि देख लगेगा किसी प्राइवेट विद्यालय को देख रहे हैं। जब आप विद्यालय में प्रवेश करेंगे तो दीवारों में सजाई गई विद्यार्थियों की पेंटिंग, स्वच्छ परिसर और महापुरुषों के नाम पर अध्ययन कक्ष जिसमें उकेरी गई स्लोगन विद्यालय की खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं।
विद्यालय को 2022 में स्वच्छता में पूरे जिले में 98 अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। यहाँ के ग्राम शिक्षा समिति को राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा उत्कृष्ट पुरस्कार मिला है। सातवीं कक्षा के पाठ्यपुस्तक सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था-2, पेज नंबर 04 में इस विद्यालय की फोटो जगह दी गई है, जो जिले के लिए गौरव की बात है। विद्यालय में ड्रॉपआउट विगत कई वर्षों से शून्य के बराबर है। विद्यालय को उनके प्रदर्शन और संसाधन उपलब्धि के आधार पर 5 स्टार श्रेमिला है। इसे अब पीएम श्री स्कूल के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक कमलेश्वर मांझी हैं। यह सब उन्हीं की दूरदर्शिता,सोच और लगन के कारण संभव हो सका है। कमलेश्वर मांझी की पहल से विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह हेडमास्टर बदलते रहते हैं। प्रत्येक सप्ताह विद्यालय की कार्यप्रणाली, स्वच्छता, शैक्षणिक गतिविधि और निर्णय लेने का दायित्व अलग- अलग शिक्षक को होता है। उस एक सप्ताह के हेडमास्टर के नेतृत्व में ही विद्यालय के सभी कार्य संचालित किये जाते हैं। विद्यार्थियों को भी एक सप्ताह का हेडमास्टर बनने का अवसर मिलता है। इससे सभी शिक्षकों में जिम्मेदारी और कर्तव्य का बंटवारा हुआ है। शिक्षकों के साथ विद्यार्थी और अभिभावकों में भी विद्यालय के प्रति जवाबदेही और आकर्षण बढ़ा है जिसके कारण सभी कार्य समय पर होने लगे हैं।
राष्ट्रीय मेधा छात्रवृत्ति, राज्य मेधा छात्रवृत्ति, निर्धनता सह मेधा छात्रवृत्ति सहित नवोदय प्रवेश परीक्षा में प्रत्येक वर्ष यहाँ के बच्चे चयनित हो रहे हैं। 2022 ई. में आयोजित इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा यहाँ की छात्रा आहना प्रेरणा मांझी राज्य स्तर में द्वितीय स्थान प्राप्त कर चयनित हुई थी। राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में उमेश मेहर को उत्कृष्ट पुरस्कार मिला है। इसी वर्ष पब्लिक स्पीकिंग में सतमी कुमारी जिला स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त की है। विगत वर्ष सत्र 2019-20 में विद्यालय से सबीता कुमारी, शिल्पा टेटे, मनिता कुमारी (बिरहोर आदिम जनजाति), जुलेता कुमारी सत्र 2020-21 में योगेंद्र साय, महेश मेहर, पीकेन्द्र माँझी, शशिकांत माँझी, राजू धुर्वा सत्र 2021-22 में छोटू मांझी, अजय बिरहोर, महिंद्र मांझी, आहना प्रेरणा मांझी (टॉप-3 रेंक) सत्र 2022-23 में द्रोपदी कुमारी, मनीष बेहरा, अनिमा कुमारी, प्रभाकर साय, अंजली कुमारी का चयन इस विद्यालय से नवोदय विद्यालय में नामांकन हेतु हुआ है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, सुभाषचंद्र बोस विद्यालय, मॉडल विद्यालय के लिए भी यहाँ के विद्यार्थी चयनित होकर अध्ययन कर रहे हैं।
इसके अलावा विद्यालय का अपना किचन गार्डेन है, जहाँ शिक्षकों की अगवाई में विद्यार्थी खेतीबारी भी सीखते हैं। किचन गार्डेन में बच्चों द्वारा स्वयं के खाने के लिए तरह-तरह की सब्जियां उगायी जाती हैं। विद्यार्थी संग शिक्षक भी यहाँ गहरी रुचि दिखाते दिख जायेंगे। बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था है। मिड डे मिल के वक्त परेशानी न हो इसके लिए कतार में कई नल लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए सुविधाजनक हैं। स्मार्ट बोर्ड में विद्यार्थियों की कक्षा संचालित होती है। विद्यालय में कंप्यूटर क्लास कीभी सुविधा है। कंप्यूटर शिक्षक के द्वारा ग्रुप बनाकर कंप्यूटर सिखाया जाता है। विद्यार्थी कंप्यूटर सीखने में काफी रुचि दिखाते हैं।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक कमलेश्वर मांझी कहते हैं जो कुछ भी उपलब्धि विद्यालय ने प्राप्त की है उसका श्रेय समूह वर्क को जाता है। यहाँ के सभी शिक्षक,विद्यार्थी और अभिभावक सपोर्टिव हैं। मेरा यही उद्देश्य है कि विद्यालय के बच्चे यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर अच्छे- अच्छे संस्थानों तक जाएं और विद्यालय का नाम रोशन करें। विद्यालय में वर्तमान प्रधानाध्यापक कमलेश्वर मांझी के अलावा राधा बड़ाईक,अशोक मांझी,सुषमा सोरेंग,अंतोनी टोप्पो, किशोर नायक,संगीता कुमारी और अभिलाष मिंज सेवारत हैं।