अतिपिछड़ों के नेतृत्व में हो सामाजिक न्याय
हिंदी सिनेमा में बाबा साहेब अम्बेडकर की वैचारिकी
हिंदी रंगमंच में महिला रंगकर्मियों का योगदान
मुस्लिम महिलाओं के अधिकार, इस्लामी कानून, परंपराएँ और सामाजिक सुधार
अम्बेडकर की प्रासंगिकता के समकालीन बयान
फासीवाद की ओट में जातिवाद में गर्क होता लेनिनग्राद
बेगूसराय की बिसात पर किसकी होगी शह और किसकी होगी मात?
चुनाव आयोग से महिला संगठनों ने जेंडर आधारित टिप्पणियों पर की कार्रवाई की मांग
महिला विरोधी बयान और मर्दवादी राजनीति
क्या फिल्म-कलाकारों के भरोसे ही चुनाव जीता जायेगा!
भारतीय वामपंथियों का ‘कन्हैया सिन्ड्रोम.’!
बेगूसराय में मार्क्सवाद का अस्थि-पंजर:कन्हैया सिंड्रोम
क्षमा करें अंकिता, यह भारत है,आम महिलाओं की जिंदगी मायने नहीं रखती!