नारी अस्मिता के वृत की त्रिज्याएं , चुनौतियां एवं संभावनाएं
नारी अस्मिता के वृत की त्रिज्याएं , चुनौतियां एवं संभावनाएं
आज के इस लोकतांत्रिक माहौल में स्त्री अस्मिता का स्वर अभी भी अनुसना ही...
मेरे भीतर की स्त्री
मेरे भीतर की स्त्री
मेरे भीतर का संसार , हमारी अंदरूनी दुनियां का हाहाकार , सालों से दबायी आवाजों का हलाहल और अनकहे शब्दों का...
छाया कोरेगाँवकर की कविताएं
कविता- छाया कोरेगाँवकर
अनुवाद- हेमलता महिश्वर
‘वह’ मुक्त ‘वह’ मुख़्तार -
‘वह’ सावित्री सत्यवान की,
साक्षात यम का आह्वान करनेवाली;
‘वह’ सावित्री ज्योतिबा की,
स्त्रियों के अस्तित्व को
अस्मिता की...
भारतीय स्त्री अधिकार : एक ऐतिहासिक यात्रा
सुमुत्तिका, सुमुत्तिका, साधुमुत्तिकाम्हि मुसलस्स|
अहिरिको में छ्त्तकं वा पि, उक्खलिका मे देड्डुभं वा ति|| थेरी सुमंगलमाता
अहो! मैं मुक्त नारी हूँ! मेरी मुक्ति कितनी धन्य है!पहले...
नागरिकता, समता और अधिकार के संघर्ष अभी जारी हैं
आधुनिक भारत के निर्माण में आज़ादी से पहले और आजादी के बाद के तमाम जनांदोलनों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है और इन आंदोलनों में महिलाओं की भागीदारी और ज्यादा महत्वपूर्ण है। साथ...
फ्रेंच लेखिका एनी अर्नो (साहित्य की नॉबेल विजेता ) के 15 कथन
अस्तित्त्व में होना बिना प्यास के ख़ुद को पीना है।, बूढ़ा होना फ़ीका हो जाना है, पारदर्शी बन जाना।
एनी अर्नो का काम प्रशंसनीय और उसका स्थायी महत्व
रमण कुमार सिंह
फ्रेंच लेखिका एनी एरनॉक्स को इस वर्ष का साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया है, जिनके बारे में कहा जा रहा है...
राजेन्द्र सजल: एक कहानी सजग कहानीकार
सबसे पहली बात जो राजेन्द्र सजल जी के बारे में कही जानी चाहिए कि वे एक कहानी सजग कहानीकार हैं। हमारे यहाँ लेखक की...
मेरी साड़ी वो आशियाना है
भारती वत्स
चार्ली चैपलिन ने कहा था कि कविता पूरी दुनिया के नाम लिखा प्रेम पत्र है, आज...
कुछ अल्पविराम
लेडी श्रवण कुमार-भारतीय समाज की इस विडंबना की ओर संकेत किया है जहां पुरूष कोई कार्य करता है तो उसे समाज उसकी सराहना करता है। श्रवण कुमार की सेवा भक्ति का जिक्र हर एक की जुबान पर मिलता है। मगर हमारे देश में महिलाएं सेवाकर्म बरसों से करती आ रहीं हैं। मगर घर-परिवार हो या समाज सबने उसके योगदान को नजरअंदाज किया है।