वर्तमान के दो अंतहीन युद्ध
क्या एक मिथ (फातिमा शेख) के बरक्स सच कहना साम्प्रदायिकता है ?
डॉ पूरन सिंह की पाँच लघु कथाएँ
रॉंग नंबर
‘बड़े घर की बेटी’ क्लाइमेक्स का पुनर्लेखन
ईना, मीना के बहाने “अकिला फुआ”
उम्मीदों के आतिशदाने
दलित कहानियों में संवेदनात्मक पक्ष, परिवर्तन और दिशा
अस्सी प्रतिशत स्त्रियों की कथा
पीढ़ा घिसता है तो पीढ़ी बनती है
ज़ैतून के साये
मदर इंडिया: एक संघर्षरत भारतीय स्त्री की अमर कथा
प्रधानमंत्री का ‘अधूरा सच’ व संवैधानिक इतिहास, संवैधानिकता और भारतीय संविधान