दलित स्त्रियों पर पुलिसिया बर्बरता का नाम है नीतीश सरकार
भागलपुर में विभिन्न मांगो के साथ जिला कलक्टर ऑफिस के सामने धरने पर बैठी महिलाओं पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया
तस्वीरों में बर्बरता...
स्मृति जी कंडोम के विज्ञापन वल्गर तो डीयो के संस्कारी कैसे?
श्वेता यादव
अष्टभुजा शुक्ल की लाइनें हैं एक हाथ में पेप्सी कोला दूजे में कंडोम, तीजे में रमपुरिया चाकू चौथे में हरिओम, कितना ललित ललाम...
विश्वविद्यालय पढ़ायेगा इंद्रजाल, जादूगरी, प्रेत बाधा दूर करने की कला:संघ का एनजीओ दे रहा...
मनीषा
बीएचयू के बाद एक खबर यह भी:
अभी 23 सितंबर की देर रात बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में अपनी सुरक्षा की मांग के साथ शांतिपूर्ण...
जाने क्या कुछ है महिलाओं के लिए कांग्रेस के पिटारे में: कांग्रेस का घोषणापत्र
समाज के श्रमशील वर्ग की महिलाओं के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणा है जिसमे प्रवासी महिला श्रमिकों के लिए पर्याप्त रैन बसेरों, कसबों और शहरों में महिलाओं के लिए स्वच्छ एवं सुरक्षित शौचालयों की संख्या बढ़ाने, सार्वजनिक स्थलों, स्कूलों और कॉलेजों में सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीने लगाने की बात है.
भारत माता जार-बेजार रो रही है
प्रेमकुमार मणि चर्चित साहित्यकार एवं राजनीतिक विचारक हैं. अपने स्पष्ट राजनीतिक स्टैंड के लिए जाने जाते हैं. संपर्क : manipk25@gmail.com
( 'भारत माता की जय'...
खुर्राट पुरुष नेताओं को मात देने वाली इंदिरा प्रियदर्शिनी
ऋचा मणि
दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास पढ़ाती हैं और जेएनयू से पीएचडी कर रही हैं. संपर्क :
maniricha@gmail.com
इंदिरा गांधी की जन्मशती पर विशेष
इंदिरा गाँधी (19 नवंबर...
बेटियों का सवाल राज्य, मीडिया और सिविल सोसायटी से
ज्योति प्रसाद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्री का अभी भी बेशर्म बचाव करते चुनाव के लिए लव-कुश (कुर्मी-कुशवाहा) समीकरण साधने में लगे हैं. कॉल डिटेल्स...
वायरल हुई योग और मोदी का मजाक उड़ाती यह कविता
मनीषा कुमारी
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक कविता वायरल हो गई. सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया गया, पढ़ा गया. आम...
मेधा का आंदोलन अभी भी जारी है, सरकार ने उन्हें नजरबंद कर रखा है
कामायनी स्वामी/आशीष रंजन
7 अगस्त की शाम को जब देश के अलग-अलग इलाकों में लोग राखी की खुशियाँ मना रहे थे और भाई बहन एक...
देशवासियों के नाम पूर्वोत्तर की बहन का एक खत
तेजी ईशा
प्रिय देशवासियों,
यह खत इस उम्मीद के साथ कि आप इसे पढ़ पाएंगे.
मुझे नहीं पता कि मेरे साथ यह सब क्यों हो रहा हैं?...