हम चार दशक पीछे चले गए हैं :
आयडवा और पी यू सी एल की अपील
( याद होगा कि महिला आंदोलनों की वजह से महिलाओं के खिलाफ उत्पीडन को लेकर क़ानून सख्त...
स्त्री विमर्श की पठनीय किताबें
( स्त्री अध्ययन आज भारत में भी एक अकादमिक हकीकत है . विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्त्री -अधययन विभागों में अलग -अलग भाषा माध्यमों में...
जीना जिन्दगी को आत्मकथा के नजरिये से -अंतिम किश्त
अर्चना वर्मा
अर्चना वर्मा प्रसिद्ध कथाकार और स्त्रीवादी विचारक हैं. संपर्क : जे-901, हाई-बर्ड, निहो स्कॉटिश गार्डेन, अहिंसा खण्ड-2, इन्दिरापुरम, ग़ाज़ियाबाद – 201014, इनसे...
‘सावित्री बाई फुले वैचारिकी सम्मान’
स्त्रीकाल के द्वारा 2015 के फरवरी –मार्च में दिये जाने वाले 'सावित्री बाई फुले वैचारिकी सम्मान' के लिए आवेदन / संस्तुतियां 30 नवम्बर 2014...
स्त्री-विरोधी लेखन दलित लेखन नहीं हो सकता
( उर्मिला पवार मराठी कथा साहित्य में स्त्री अभिव्यक्ति के रूप में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति हैं. ‘आमची इतिहास गढे़ला’ (इतिहास संबंधी पुस्तक) तथा ‘आयदान’...
यौनिकता की विश्वसनीय दृश्यता: भाग 3
एल.जे. रूस्सुम/ अनुवाद डा अनुपमा गुप्ता
(एल .जे .रुस्सुम का यह आलेख स्त्रीकाल के प्रिंट एडिशन के लिए भेजा गया था , जिसे हम स्त्रीकाल...
मंडल और महिला आरक्षण
वासंती रामन
( इस सरकार में ६ महिला मंत्रियो को विशिष्ट विभागों का पदभार दिया गया है . यह लोकसभा भी महिला सदस्यों के मामले...
बदलाव की बयार : जद्दोजहद अभी बाकी है
अमृता ठाकुर
( यह आलेख हरियाणा के सतरोल खाप के द्वारा , महिला विंग बनाने , अन्तरजातीय विवाहों को मान्यता देने आदि के फैसलों के...
मर्दों के लिए घर आशियाना और औरतों के लिए जेलखाना है : अरविन्द जैन
( कल ही दिल्ली की एक अदालत ने यह व्यवस्था दी है कि पति के द्वारा जबरन संभोग बलात्कार नहीं है , और दो...
यौनिकता की विश्वसनीय दृश्यता -भाग 2
एल.जे. रूस्सुम/ अनुवाद : डा अनुपमा गुप्ता
(एल .जे .रुस्सुम का यह आलेख स्त्रीकाल के प्रिंट एडिशन के लिए भेजा गया था , जिसे हम...