रक्षा मंत्रालय ने लिया संज्ञान: सेना के अफसर द्वारा एक लड़की को तेज़ाब फेकने की धमकी मामला



स्त्रीकाल डेस्क 


रक्षा मंत्रालय ने सेना के एक अफसर के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है. पिछले दिनों मुम्बई में एक पेस्टिसाइड कंपनी में काम करने वाली लडकी प्रियंका पांडेय ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा था कि सेना का एक अफसर संदीप कु. चव्हाण है, जिसकी पोस्टिंग इस समय शिलांग में है. उसे पिछले 2 साल से फोन करके और मैसेज करके भद्दी-भद्दी गालियाँ दे रहा है.  उसने  लड़की के पिता  को फोन करके  धमकी दी,  कहा है कि “तुम्हारी बेटी वेश्या है. धंधा करती है.  और ये यह भी कहता है कि मैं तुम्हारी बेटी से शादी करूँगा . इसने लड़की के पिता  के फोन पर ही कहा है कि मैं मई के अंत में शिलांग से मुंबई आ रहा हूँ. तुम्हारी  बेटी मेरा फोन नहीं उठाती है. मैं आर्मी अफसर हूँ. मुझसे पंगा लेना बहुत महंगा पड़ेगा. मई आता हूँ फिर देखता हूँ कौन तुम्हारी बेटी को बचाता है. मैं उसकी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा. मैं उसके चेहरे पर तेजाब डाल दूंगा.”

घबराई लडकी ने राष्ट्रपति, रक्षा मंत्रालय, राष्ट्रीय महिला आयोग, आदि को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी. महिला आयोग ने इस मामले को अपने यहाँ दर्ज कर प्रोसिडिंग शुरू की है, जबकि रक्षा मंत्रालय ने अपनी कार्रवाई शुरू करते हुए सम्बंधित क्षेत्र के अधिकारियों को जांच के निर्देश दिये हैं.

लडकी को तंग करने वाला आर्मी ऑफिसर

प्रियंका ने स्पष्ट किया कि  प्रोफेशनल काम के सिलसिले में संदीप मुझे मिला था, तब वह लखनऊ में पोस्टेड था. वह सेना की ओर से पेस्टिसाइड के ऑर्डर के लिए आता था. शुरू में वह इस सिलसिले में मुझसे बातें करता था, तब उसका व्यवहार नॉर्मल था. उसके बाद वह पजेसिव होने लगा मेरे प्रति. मैंने मई 2016 से उससे प्रोफेशनल रिश्ते तोड़ लिए.’ वह इसके बाद अलग-अलग नंबरों से फोन कर प्रियंका को धमकियां देने लगा.  गौरतलब है कि संदीप शादी-शुदा है और दो बच्चों का पिता भी है.

लडकी पर तेज़ाब फेकने की धमकी दे रहा है सेना का अफसर 

मंत्रालय में उसकी शिकायत पर हुई कार्यवाही से प्रियंका आश्वस्त तो हुई हैं, फिर भी डरी हुई हैं कि वह उसका नुकसान न कर दे. इस बीच प्रियंका ने मुम्बई के एक थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उसके मामले को संज्ञान लायक नहीं माना और उसे एक अदखल का मामले मानते हुए अपने यह रजिस्टर कर लिया था.

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ISSN 2394-093X
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