अतिपिछड़ों के नेतृत्व में हो सामाजिक न्याय
हिंदी सिनेमा में बाबा साहेब अम्बेडकर की वैचारिकी
हिंदी रंगमंच में महिला रंगकर्मियों का योगदान
मुस्लिम महिलाओं के अधिकार, इस्लामी कानून, परंपराएँ और सामाजिक सुधार
क्षमा करें अंकिता, यह भारत है,आम महिलाओं की जिंदगी मायने नहीं रखती!