साहित्य अकादमी की एक महिला कर्मचारी ने सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे, इन आरोपों की जांच करने के बजाय अकादमी ने पीड़िता को चुप करने के लिए झूठे आरोप लगाकर उसे नौकरी से निकाल दिया, जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने 28 अगस्त 2025 को बदले की कार्रवाई बताते हुए अवैध करार दिया और उनकी बहाली का आदेश दिया।
इसी बीच साहित्य अकादमी 25–28 सितंबर को पटना के ज्ञान भवन में एक साहित्यिक आयोजन कर रही है।
विभिन्न संगठनों — जसम प्रलेस, जलेस, इप्टा, जुटान तथा बड़ी संख्या में नागरिक समाज ने निर्णय लिया है कि 25 सितंबर को सुबह 10 बजे से ज्ञान भवन के समक्ष साहित्य अकादमी के खिलाफ़ सशक्त विरोध दर्ज करेंगे।
आप सभी साथियों से अनुरोध है कि कल, 25 सितंबर को प्रातः 10 बजे ज्ञान भवन (गांधी मैदान) के बाहर एकत्र हों और प्रतिरोध सभा में शामिल हों।
