प्रधानमंत्री जी, राखी को लफ्फाजी न बनायें: बहनों को बलात्कारी भाजपाइयों से बचायें

खुला पत्र 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी 


आज जब देर रात आपको बड़ी व्यथा के साथ पत्र लिखने बैठी तो सोशल मीडिया में आपको राखी बांधती कुछ बहनों की तस्वीर भी देख रही हूँ. मोदी जी एक ओर आपकी पार्टी की महिला नेता सायना एनसी आपकी पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष के बेटे की लम्पटता का शिकार बनी लडकी का ही डॉक्टरड फोटो के जरिये उसे  बदनाम करने में लगी है, और आपकी पार्टी के अन्य भाई लोग उसका साथ दे रहे हैं तब आपकी पार्टी की कुछ बहनें आपको राखी बांधती दिखीं. सोचा शायद आपके भीतर एक-आध छटांक भाई ही बचा हो. बेटा तो आप अच्छे होने के सबूत देते रहते हैं. इसीलिए आपको यह पत्र लिख रही हूँ.


अब देखिये न आप कितने व्यस्त रहते हैं. आपको सारी बातों का पता तो नहीं होता है न. आपको पता होता तो गुजरात में एक लडकी की जान और इज्जत बचाने के लिए आपने जिस तरह अपने गृहमंत्री से लेकर पूरे राज्य की पुलिस मशीनरी को लगा दिया था, उसका फोन टेप होने लगा था  वैसे ही इधर भी चंडीगढ़ में आपने वैसे ही सुरक्षा पीडिता लड़की को दे दी होती. उसे और उसके आईएएस पिता को क्यों भला फेसबुक पर आना पड़ता, आ भी नहीं पाते पुलिस वाले उन्हें इतनी सुरक्षा दे चुकी होती  कि …

आजतक पर जारी वीडियो



घटना के बारे में 


अरे हाँ, आप तो व्यस्त बहुत रहते हैं. लगता है आपको हरियाणा में आपकी पार्टी अध्यक्ष के बेटे की करतूत की किसी ने खबर न दी होगी. देता भी भला कौन अमितशाह भाई जिन्होंने गुजरात वाली लडकी को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई थी वे अभी गुजरात में ही राज्यसभा चुनाव में चाणक्य वाली भूमिका निभा रहे हैं. एक अकेली जान,  क्या करें बेचारा अमित भाई तो लीजिये ये पत्र आपको मिले तब आप जान जायेंगे, मैं ही बता देती हूँ तफसील से.


मामला बीते शुक्रवार की आधी रात का है। जगह चंडीगढ़, जिसे कुर्बुज़ियर ने नियोजित शक्ल और कमाल की सूरत दी। आधी रात को जब आईएएस अधीकारी वीरेन्द्र कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू कार से ड्राइविंग करते हुए अपने गंतव्य पर जा रही थी उसी समय हरियाणा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा विकास बराला अपने एक दोस्त के साथ उन्हें तंग करते हुए उनका पीछा कर रहा था। लड़की ने अपनी फेसबुक पोस्ट द्वारा इस घटना का ब्यौरा दिया है। आपकी सुविधा के लिए एक वीडियो लिंक दे देती हूँ ताकि घटना उसकी ज़ुबानी ही सुन लें. यह वीडियो आपके प्रिय चैनल जी न्यूज का है :

वास्तव में यह वर्णन बहुत खौफ़नाक है। लडकी हूँ न मोदी सर तो पढ़ते हुए एक डर अंदर घुस आता है। वर्णिका का पीछा बहुत देर तक किया जाता रहा। इतना ही नहीं उनका अपहरण करने की भी कोशिश की गई। मौक़े पर पहुंची पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया। वर्णिका  ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि शायद पुलिस न आती तो वह बच न पाती।


मोदी जी सोचिये वर्णिका एक आइएएस अधिकारी की बेटी नहीं होती तो उसे क्या पुलिस की मदद इतनी आसानी से मिल जाती? नहीं न, वैसे इस लडकी को भी कोई ख़ास न्याय नहीं मिला. घटना के चौबीस घंटे के भीतर आरोपियों को जमानत पर रिहा भी कर दिया गया है। आम लड़की या महिला का तो थानों में एफ़ आई आर (FIR) भी दर्ज़ नहीं होता। लड़का आपकी पार्टी के अध्यक्ष का बेटा है इसलिए कुछ ही देर में जेल से जमानत पर रिहा भी हो गया।



वर्णिका ने एक सवाल भी आपसे, हमसब से पूछा है कि जब चंडीगढ़ जैसी सेफ सिटी का यह हाल है तो ग्रामीण इलाकों में क्या होता होगा। उसने यह भी कहा कि वह एक अच्छे घर से ताल्लुक रखती है इसलिए इस केस को इतना कवरेज़ मिल रहा है जबकि एक आम लड़की का क्या हाल होता होगा !


मोदी जी आपको क्या याद दिलाना, फिर भी दिला देती हूँ, चंडीगढ़ एक केंद्र शासित शहर है न. यानी पुलिस आपके गृह मंत्रालय के सीधे अधीन है. समझती हूँ कि अमितशाह भाई साहब उधर गुजरात में व्यस्त हैं, लेकिन यह कैसे हो गया कि आपकी खोजी पुलिस को उस रास्ते के सीसीटीवी फुटेज  पहले मिले नहीं, फिर पता नहीं कहाँ से मिल भी गये. खबरों के मुताबिक़ जिन रास्तों पर यह घटना घटी उन रास्तों पर 9 सीसी टीवी कैमरे लगे थे जिनमें 5 खराब हैं। बचे हुए 4 कैमरे की फुटेज़ में भी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है।  ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा दोनों आरोपियों का घटना के कुछ समय बाद मामूली कानूनी धारा लगाकर छोड़ दिया जाना भी सरकार व पुलिस पर उंगली उठाने की वजह देता है।


सच में आज आपकी कलाई पर राखी बंधी देखकर बहुत खुशी हुई कि इस देश की बहनें आपको कितना मान देती हैं. आप जरूर कार्रवाई करेंगे. मुझे पक्का यकीन है कि अमितशाह भाई आपकी व्यस्तता देखते हुए यह नहीं बता पाते होंगे कि दिन-ब-दिन आपकी पार्टी के लोग सेक्स रैकेट चलाने से लेकर न जाने कितने आरोपों से घिर रहे हैं. और अबकी बार आपके राज्य हरियाणा में, ‘कहाँ बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ का नारा दिया गया है वहाँ आपके राज्य के पार्टी अध्यक्ष ही अपने लम्पट बेटे को बचाने में लगे हैं. उधर आपके प्रिय संगठन संघ में शिक्षा-दीक्षा प्राप्त मुख्यमंत्री पीडिता को ही उपदेश दे रहे हैं.


आपको भाजपा की बहनों द्वारा बांधी गई राखी की कसम आप थोड़ा समय निकालकर मेरे इस पत्र के माध्यम से जान सकेंगे कि हरियाणा में आपकी पार्टी कैसे बेटी बचा रही है.


घटना के बाद आए बयानों और प्रतिक्रियाओं पर नज़र डालने पर भाजपा के ही हरियाणा प्रदेश उपाध्यक्ष ने टिप्पणी या फरमान सुनाया कि लड़की रात को बाहर क्यों घूम रही थी?…लड़कियों को बाहर नहीं जाना चाहिए…! ऐसे में बहुत हैरत होती है इस तरह के बयानों को सुनकर। जहां आज देश में रक्षा और सुरक्षा के नाम पर रक्षाबंधन मनाया जा रह है वहीं नेता इस तरह का बयान दे रहे हैं। जब रजीनीति के लोगों को जिन्हें मतदान देकर चुना गया है, ऐसे बयान दें तब इस देश की आधी आबादी को अपने मत को डालने से पहले ज़रूर एक बार सोच लेना चाहिए। मत देने के समय हम एक मूल्यवान मतदाता होती  हैं लेकिन घर से बाहर निकलने के नाम पर कैसे एक पीड़ित और बेशर्म लड़की में तब्दील हो जाती हैं, इन राजनेताओं को यह बात सोचनी ही चाहिए।

आरोपी विकास बारला और पीडिता वर्णिका



आपको एक और दर्दनाक खबर देती हूँ. आज ही के नवभारत टाइम्स (हिन्दी) में यह खबर पढी कि दिल्ली के मंगोलपुरी इलाक़े में शनिवार देर शाम एक महिला को चलती कार में अगवा कर बलात्कार करने की कोशिश की गई।


सच कहूं मोदी भाई जान, लडकी होने के नाते बहुत डर लगता है कि छोटी बच्चियों से लेकर बुज़ुर्ग महिलाएं तक लम्पटों से पीड़ित हैं और जब लम्पट आपकी पार्टी के होते हैं तो हमारी चुनी हुई सरकारें (अधिकाँश राज्यों में अब आपकी पार्टी राज कर रही है) अपने ही लोगों को बचाने में जुटी है। कब तक 70 साल के जुमले में अपनी बहनों को आप बहला पायेंगे भाई जान.


आपका विकास कहीं विकास बारला ही तो नहीं है 


सच कहूं तो आज आपसे पूछने का मन हो रहा है कि क्या ‘विकास बराला’ नामक ‘विकास’ की ही बात आप करते रहे हैं? क्या विकास का रूप अपराधियों की शक्ल वाला है? क्या विकास असुरक्षित माहौल को बनाने वाला है? क्या विकास ‘देर रात घर से बाहर न निकलने’ या ‘संस्कारी कपड़े’ पहनने के सुझाव वाला है? क्या विकास निरंतर महिलाओं के शोषण और हिंसक हमलों का है? क्या विकास का मतलब आपकी पार्टी में लम्पटों को मिलने वाली सुरक्षा और संरक्षण का विकास है?


देखिये न, आपकी कलाई में राखी कितनी फब रही है. लेकिन यह तब और फबेगी जब आप वाकई पीडिता को न्याय दिलवाएंगे. उसे उसकी बहादुरी के लिए अपने यहाँ बुलाकर सम्मानित करेंगे. बहादुरी का जज़्बा दिखाने वाली उस लड़की ने अपनी सूझबूझ से काम लिया और अपने को बचाया। सबसे बेहतरीन बात यह भी रही कि उसने एक लंबी फेसबुक पोस्ट लिखकर इस हादसे के बारे में ब्यौरा दिया जिसे मिनटों में हजारों लोगों ने बिना मीडिया के चटखारे वाली खबरों के जाना। उसने इस सोशल साइट के जरिये अपने अनुभव और डर को रखा और साथ ही अपील भी की कि कैसे इन हमलों में खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह ज़रूरी भी है कि लाज-शर्म और बिना डर के अपने साथ हुए हादसों को साझा किया जाये। डर या चुप्पी हमलों का जवाब कतई नहीं होते।


आप इस राखी की लाज रखिये जो बीजेपी की बहनों ने आपकी कलाई पर बांधी है. आप विकास बारला को अपहरण की कोशिश के लिए गिफ्तार करवाइए, जेल भिजवाइये, पुलिस आपकी है. उसके पिता और आपकी पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष को तत्काल पार्टी से बर्खास्त कर पुलिस पर दवाब लाने के लिए जेल भेजिये, आखिर पार्टी आपकी है. और भाजपा की नेता सायना एनसी जो पीड़िता को फर्जी तस्वीरों के जरिये बदनाम कर रही है उसे पार्टी से बर्खास्त करिये तथा ट्वीटर पर आपको फ़ॉलो करने वाले उन लम्पटों पर भी कारवाई करिये जो पीडिता को ही बदनाम कर रहे हैं.

सच में मोदी जी इस राखी की लाज रखिये, इसे लफ्फाजी न बनाइये और बेटियों को सबसे पहले बलात्कारी भाजपाइयों से बचाइये. घर के अंदर सफाई अभियान से ही सूरत बदलेगी . पत्र अनाम लिख रही हूँ क्योंकि डर है कि आपके भाजपा के सायना एनसी जैसी  नेता  या आपको ट्वीटर पर फॉलो करने वाले या आप जिन्हें फॉलो करते हैं वैसे भक्त मुझे भी न टार्गेट कर  लें
 आपकी बहन  
अच्छे दिन की बाट जोहती 
चंडीगढ़ 

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