सोनी टीवी पर 17 जुलाई 2017 से साढ़े आठ बजे से प्रसारित होनेवाला यह धारावाहिक अपने शुरुआत से ही सुर्ख़ियों में है. बेमेल विवाह और बाल विवाह पर बने धारावाहिकों से तो हम सब परिचित हैं, “बालिका बधु” ने दर्शको की प्रसंशा भी बटोरी थी, लेकिन इस धारावाहिक ने लोगो को अपने अटपटे कथानक से आहत कर रखा है. 9 वर्ष के लडके और अपने से दुगनी उम्र की लड़की के बीच प्रेम और विवाह के अवगुंठन से गुम्फित यह कहानी किसी को भी बेचैन कर रही है.
राजे-रजवाड़ों के ठसक और राजस्थान के पारिवारिक पृष्ठभूमि में निर्मित यह धारावाहिक सैकड़ो आम टीवी धारावाहिकों की तरह ही होता यदि पुरुष प्रेमी बच्चा न होता और प्रेमिका उससे दुगने उम्र की ना होती. सामंतवाद की रस्सी जल जाने के बाद भी उसके ऐंठन के हैंगोवर को दर्शाती पृष्ठभूमि में बने इस धारावाहिक को हर तरफ से आलोचना झेलनी पड रही है. 11 साल का बाल कलाकार अफाक खान 9 साल के राजकुमार की भूमिका में है और 25 वर्षीया तेज़स्वीसाल की दीया की भूमिका में है जो राजकुमार रतन के सपनों की परी जैसी आकर्षक और खुबसूरत है. राजकुमार रतन को दीया के प्रेम में पड़कर उसका पीछा करता हुआ और छुपकर तस्वीरें लेता हुआ दिखाया गया है. दर्शक इस प्रेम के अतिरंगी रूप को नहीं पचा पा रहे हैं और बाल विवाह तथा सामाजिक नैतिकता के विपरीत देख रहे हैं.
दर्शकों के गुस्से को आवाज देते हुए मानसी जैन ने change.org पर ऑनलाइन पिटीशन के माध्यम से सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखा है, जिसपर एक लाख से भी ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर हैं. पिटीशन में कहा गया है कि यह धारावाहिक गन्दी और विकृत मानसिकता को बढ़ावा देनेवाला है और इसे तत्काल बंद कर दिया जाना चाहिए. नौ साल के बच्चे का 19 साल की लड़की की मांग में सिन्दूर के नाटकीय और सुहागरात और हनीमून के दृश्यों से कुत्सित इस धारावाहिक ने बाल विवाह के दुष्परिणामों को दिखने के विपरीत रहस्य-रोमांच और रोमांस को परोस रही है. पिटीशन में कहा गया है कि इस तरह के कुत्सित दृश्य हमारे बच्चो के कोमल मानस पर स्थायी प्रभाव डाल सकते हैं. हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे इस बीमार मानसिकता से ग्रसित हों.
दीया (तेजस्वी प्रकाश) ने सफाई देते हुए कहा है कि नाहक ही लोग इसे मुद्दा बना रहे हैं, यह धारावाहिक वास्तव में कुरीतियों के खिलाफ है और किसी भी तरह से बाल विवाह को बढ़ावा नहीं देती, न ही इसमे कोई आपत्तिजनक दृश्य हैं. जिस शादी के दृश्य को देखकर जनता विरोध कर रही है (नाबालिग राजकुमार रतन द्वारा मांग में सिन्दूर भरे जाने का) वह शादी किसी कारण से हुई है ना कि दाम्पत्य सुख के आनंद के लिए. इस धारावाहिक से ‘जिम्मेदारी” का स्पष्ट सन्देश समाज में देना चाहते हैं पर लोग बेकार में ही यह पिटीशन कर रहे हैं. यह पूरी तरह अनावश्यक और अन्यायपूर्ण है. हालांकि यह समाजिक जिम्मेवारी क्या है.
धारावाहिक में मुख्य किरदार की भूमिका तेजस्वी प्रकाश (दीया), अफान खान(रतन), सुय्याश राय(अभय), परमीत सेठी(हर्षवर्धन मान सिंह) और किशोरी शहाने(पद्मा सिंह) आदि निभा रहे हैं. धारावाहिक के लेखक नीरज आयंगर हैं और शशि सुमित प्रोडक्शन द्वारा निर्मित है.
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