आज 14 अप्रैल, 2016 को देश बाबा साहेब डा. आंबेडकर की 125 वीं जयन्ती मना रहा है . डा. बाबा साहेब आंबेडकर इस देश को सच्चे अर्थों में लोकतांत्रिक बनाना चाहते थे . संविधान निर्माता डा. आंबेडकर दलितों -वंचितों -स्त्रियों को उनके अधिकार दिलवाने के लिए राज्य को नैतिक रूप से जिम्मेवार बनाने के लिए प्रयासरत रहे . आंबेडकर आधुनिक भारत के आदि स्त्रीवादियों में से एक हैं . स्त्रीकाल ने अपने यू ट्यूब चैनल के लिए चर्चित स्त्री बुद्धिजीवियों और
स्त्रीवादी कार्यकर्ताओं से स्त्रीवाद के लिए डा.आंबेडकर के मायने पर
बातचीत की . परिचर्चा में भाग लिया रजनी तिलक , सुजाता पारमिता, हेमलता
माहिश्वर , रजत रानी मीनू और भाषा सिंह ने .बातचीत के सूत्रधार मुन्नी
भारती और संजीव चंदन. पूरी बातचीत सुनने -देखने के लिए वीडियो लिंक पर
क्लिक करें .
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