संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की 2015 की परीक्षा में दिल्ली की टीना डाबी ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया है. यूपीएससी ने मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित किया. परीक्षा में जम्मू-कश्मीर के अतहर आमिर उल शफी खान दूसरे स्थान पर रहे हैं और दिल्ली के ही जसमीत सिंह संधू ने तीसरा स्थान हासिल किया है. अपनी पहली ही कोशिश में अव्वल रहने वालीं 22 साल की टीना ने राजधानी के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस की स्टूडेंट टीना महज 22 साल की है.
टीना के पिता जसवंत डाबी बीएसएनएल में अफसर हैं और दिल्ली में पोस्टेड हैं. परिवार मूलत: जयपुर का है, लेकिन टीना का जन्म भोपाल में हुआ. उनके दादा नंदकिशोर जयपुर में रहते हैं टीना बताती हैं कि उन्होंने फर्स्ट अटेम्प्ट में ही इस एग्जाम को क्लियर किया.उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह मेरे के लिए गर्व करने वाला क्षण है.
इससे पहले टीना ने 12वीं में सीबीएससी बोर्ड में भी टॉप किया था. 12वीं में पॉलीटिकल साइंस की छात्रा थीं .. टीना ने अपने कॉलेज में भी टॉप किया था.टीना डाबी बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में होशियार थीं, टीना की शुरुआती पढ़ाई भोपाल में हुई उसके बाद दिल्ली में. CBSE की 12वीं बोर्ड परीक्षा में टीना ने राजनीति विज्ञान में सौ फीसदी अंक हासिल किए. दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से टीना ने पॉलिटिकल साइंस में बीए किया. BA में भी टीना ने कॉलेज में टॉप किया.टीना कहती हैं कि उनकी प्रेरणा उनकी मां हैं, टीना की मां एक इंजीनियर हैं.
जिन्होंने 12वीं क्लास से ही उन्हें IAS की तैयारी में लगा दिया था. जैसे ही बेटी के टॉप करने की खबर मां को मिली तो मां की आंखों में खुशी के आंसू आ गए. टीना की मां एक इंजीनियर हैं.
टीना यूपीएससी की सिलेक्शन प्रॉसेस के दौरान कैडर प्रेफरेंस के लिए हरियाणा को चुना. वे कहती हैं, ”मैंने हरियाणा इसलिए चुना क्योंकि वहां का एग्जाम्पल इंटरेस्टिंग है. वहां काफी ज्यादा इकोनॉमिक प्रोग्रेस है लेकिन जब बात सोशल इंडिकेटर्स की आती है तो हरियाणा पिछड़ जाता है.” ”हरियाणा जेंडर इनइक्वैलिटी के चलते पिछड़ जाता है. यह ऐसा मुद्दा है जो मेरे दिल के करीब है. मैं बराबरी चाहती हूं. चूंकि मैं एक प्रोग्रेसिव फैमिली की महिला हूं और महिला-पुरुष के बीच बराबरी को बढ़ावा देने वाले कॉलेज से पढ़ी हूं तो मैं हरियाणा की महिलाओं के लिए भी कुछ करना चाहती हूं.”
सक्सेस का क्रेडिट मां को टीना ने बताया , ”मेरी सक्सेस का क्रेडिट मेरी मां को है। वे इंजीनियर रही हैं। टेलिकॉम डिपार्टमेंट में लंबी सर्विस के बाद उन्होंने इसलिए वीआरएस लिया ताकि मुझे पढ़ा सकें.’ ”मैंने आज अपनी मां को प्राउड फील कराया, जिन्होंने मेरे लिए काफी सेक्रिफाइस किया है.” ”मुझे सक्सेस का तो यकीन था लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि मैं टॉप करूंगी। मेरी इंटरव्यू 40 मिनट का था।’
टीना डाबी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “मैं बहुत ज्यादा खुश हूं. 22 साल की उम्र और पहले प्रयास में परीक्षा टॉप करना मेरे बहुत बड़ा सरप्राइज़ है. जब परीक्षा दी थी उस समय ये तो पता था कि अच्छा हुआ है. लेकिन रिजल्ट बहुत ज्यादा सरप्राइज़ कतने वाला है.”टीना ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि उन्हें अपनी ट्रेनिंग का इंतजार है और वे देश के लिए कुछ करना चाहतीं हैं. टीना ने IAS कैडर के लिए हरियाणा को पहली पसंद चुना है. टीना कहती हैं कि वो दस साल भोपाल में रही फिर दिल्ली में और अब वो आईएएस बनकर हरियाणा जाना चाहती हैं.
साभार ऑनलाइन समाचार ….