साक्षी मलिक |
भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल कर इतिहास रच दिया है. उन्होंने रियो ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक हासिल किया. उन्होंने महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती के 58 किलोग्राम भारवर्ग में भारत के लिए पदक जीता. ये रियो ओलंपिक में भारत का पहला पदक है.साक्षी ने पदक के लिए प्लेऑफ मुक़ाबले में कर्गिस्तान की पहलवान आइसूलू टाइनेकबेकोवा को 8-5 के अंतर से हराया. एक वक्त साक्षी 0-5 से पीछे चल रही थीं लेकिन उन्होंने ज़ोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की.
हरियाणा के रोहतक की रहने वाली साक्षी मलिक दिल्ली में एक बस कंडक्टर की बेटी है. साक्षी की मां भी नौकरी करती हैं. पहलवान दादा से कुश्ती की विरासत पाने वाली साक्षी ने भारत के लिए एक अदद पदक की उम्मीद पूरी की.
कर्णम मल्लेश्वरी |
साक्षी के पहले भारत की ओर से ओलंपिक में सिर्फ तीन महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी, मैरी कॉम और साइना नेहवाल ने क्रमशः 2000, 2012, 2012 में यह उपलब्धि हासिल की थी.
मेरी कॉम |
सन 2000 में मल्लेश्वरी भारोत्तोलन में कांस्य जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. उसके बाद 2012 में मेरी कॉम ने मुक्केवाजी में और 2012 में ही सायना नेहवाल ने बैडमिंटन में भारत की पहली महिला पदक विजेता बनने का इतिहास रचा.
सायना नेहवाल |
भारत के लिए एक और पदक की उम्मीद भी महिला खिलाड़ी पी.वी सिंधु से है, जो सेमी फायनल तक पहुँच चुकी हैं.