बिहार के समाज कल्याण मंत्री ने मुजफ्फरपुर बालिका यौन गृह में अपने पति का नाम उछलने के बाद आज मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया. इसके पहले वर्मा काफी दवाब के बावजूद इस्तीफा देने से इनकार करती रही थीं, और उनके बचाव में खुद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बयान दे रहे थे, ट्वीट कर रहे थे.
उधर विपक्ष और सिविल सोसायटी से इस मामले से उनके पति चंद्रेश्वर वर्मा का नाम जुड़ जाने से उनका इस्तीफा लगातार माँगा जा रहा था. मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर के कॉल डिटेल में 17 बार चंद्रेश्वर वर्मा से बातचीत का खुलासा होने के बाद वर्मा और खुद मुख्यमंत्री के लिए यह आसान नहीं था कि वे मंत्रीमंडल में बनाये रखे जा सकें. कॉल डिटेल्स और फोन लोकेशन से यह भी खुलासा हुआ है कि वे मुजफ्फरपुर 9 बार गये थे, और वहां कुछ घंटे रुके भी. जबकि मंजू वर्मा का कहना था कि वे एक बार ही मुजफ्फरपुर गये थे. वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह भी कहा कि उन सभी पर कार्रवाई हो, जिनसे ब्रजेश ठाकुर की बातचीत हुई है.
इस बीच आज विभिन्न महिला संगठनों ने बच्चियों से बलात्कार मामले में ट्वीटर पर शाम 6 से 7 बजे तक ट्वीट अभियान चलाने की योजना बनायी थी. ट्वीट अभियान शुरू होने के 1 घंटा पूर्व मंत्री के इस्तीफे की खबर आ चुकी है.
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