सत्यजीत राय के वाजिद अली शाह
अलविदा “रोज दीदी” (डॉ. रोज केरकेट्टा )
अतिपिछड़ों के नेतृत्व में हो सामाजिक न्याय
हिंदी सिनेमा में बाबा साहेब अम्बेडकर की वैचारिकी
जाति, जेंडर और क्लास दलित स्त्रीवाद की धूरि
वे कुन्तियाँ नहीं गौरव से भरी माँ हैं
शिक्षा में जातिगत और लिंगगत असमानता
प्रेमचंद का साहित्य और दलित स्त्री
राजेंद्र यादव के अंतर्विरोध , हंस और दलित स्त्री अस्मिता के सवाल
एक साक्षात्कार लंबाणी जनजाति की स्त्रियों से
दलित स्त्रीवाद जैसी कोई अवधारणा नहीं है : तेजसिंह
फैंसी स्त्रीवादी आयोजनों में जाति मुद्दों की उपेक्षा
हिंदी रंगमंच में महिला रंगकर्मियों का योगदान