अस्सी प्रतिशत स्त्रियों की कथा
पीढ़ा घिसता है तो पीढ़ी बनती है
तनाव-क्षेत्र में महिलाओं को नज़रअंदाज करने से समाज का नुकसान
उत्तराखंड समान नागरिक संहिता पर महिलाओं की आपत्तियां
मौत तक जाने का रास्ता खुद बनाया पहले उसने
जाति, जेंडर और क्लास दलित स्त्रीवाद की धूरि
सुनो चारुशीला और अन्य कवितायें
बहन का प्रेमी: पांच कविताएं
दो पीढी तीन कवितायें
बिल्किस … तुम कहाॅं हो …. ?
स्वप्न समय : बीहड़ में उतरती भाषा
स्त्री की अपनी जगह
भारतीय पुलिस-तंत्र में महिलाओं की स्थिति: ‘गुनाह-बेगुनाह’ उपन्यास के विशेष सन्दर्भ में- केएम प्रतिभा