उठा ही गये. भाजपा के सांसद कांग्रेस शासित केरल में दलित लडकी के
बलात्कार को लेकर गंभीर हैं , लेकिन हरियाणा में बलात्कार को लेकर चुप.
कांग्रेसी जन हरियाणा में बलात्कार को लेकर दुखी थे , केरल में बलात्कार को
लेकर मौन. सच में केरल हरियाणा नहीं है और एर्नाकुलम दिल्ली भी नहीं है. वहाँ लोग दिल्ली के निर्भया काण्ड की तरह खिलाफत के लिए सडक पर हैं
, लेकिन जिशा अपने ऊपर अत्याचार और बलात्कार को लेकर निर्भया के समान पीड़ा
झेलकर भले ही शहीद हुई, लेकिन निर्भया इतनी समान भी नहीं है कि उसके लिए
पूरा संसद संवेदित हो और 24 घंटे खबरिया चैनल उसकी पीड़ा और उसपर हुए
अत्याचार को प्रतिपल के आन्दोलन में तब्दील कर दें. जिशा के लिए केरल
आंदोलित है और उम्मीद करता हूँ कि वहां चुनाव नहीं होता तो भी इतना ही
आंदोलित होता केरल. इन हकीकतों के बीच एक हकीकत यह भी है कि जिशा दलित है
और निर्भया दलित नहीं थी.
जिशा के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं. इन्हीं दिनों केरला में तीन दलित लड़कियों के साथ बलात्कार. हुए हैं. गूगल करें तो केरल में इन दिनों दलित लड़कियों के साथ बलात्कार की कई खबरें मिलेंगी- ये खबरें शत प्रतिशत साक्षर केरल की खबरें हैं – वैसे इस शत प्रतिशत साक्षर राज्य में महिलाओं के प्रति संवेदनशील वाम विचार की सरकारें बहुत दिनों से सत्ता में हैं और इनका जमीनी आधार भी है, लेकिन केरल की पुलिस उतनी ही असंवेदनशील है जितनी दिल्ली , हरियाणा या बिहार की.
केरल में दलित लड़कियों से बलात्कार की खबरें और विरोध की तस्वीरें :
1. केरल के एर्नाकुलम जिले में 30 साल की एक दलित छात्रा ( जिशा ) से कथित बलात्कार और उसकी हत्या का मामला बुधवार को संसद में भी उठा। बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर केरल सरकार पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी सांसद तरुण विजय ने कहा कि केरल सरकार दलित लड़कियों की हिफाजत करने में नाकाम रही है। विजय के मुताबिक, यह निर्भया केस की पुनरावृत्ति है। वहीं, सीपीएम के सीपी नारायणन ने भी यह मामला उठाया। उन्होंने कहा, ”पुलिस को निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। यह देखने की जरूरत है कि हमारी माताओं और बहनों को सुरक्षा मिले।”
जनसत्ता
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2. केरल में कानून की पढ़ाई करने वाली एक दलित छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या किए जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि नर्सिंग की पढ़ाई करने वाली एक दलित छात्रा के साथ तीन लोगों ने सामूहिक बलात्कार की वारदात को अंजाम दे डाला. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने फौरन मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी.
सामूहिक बलात्कार की यह शर्मनाक वारदात मंगलवार की देरशाम वारकला के अयांती में हुई. एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की शिकायत के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू हो गई है.
पुलिस के मुताबिक बीएससी नर्सिंग के दूसरे वर्ष में पढ़ने वाली 19 वर्षीय छात्रा एक ऑटोरिक्शा में बैठकर गई थी. यह चालक छात्रा की पहचान वाला था. बाद में चालक के दो दोस्त भी ऑटो में सवार हो गए. वे लोग ऑटोरिक्शा को एक सुनसान स्थान पर ले गए. और वहां तीनों ने लड़कीके साथ सामूहिक बलात्कार किया.
आजतक
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Nirbhaya in Kerala : Castration be made the punishment for rape
तिरुवनंतपुरम: केरल के तिरुवनंतपुरम जिले की सीमा से लगे अट्टींगल में करीब 12 लोगों द्वारा पिछले दो महीने से एक दलित नाबालिग लड़की को कथित रूप से प्रताड़ित कर उसके साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में 19 से 32 वर्ष की उम्र के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा मुख्य आरोपी और अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि 15 वर्षीय इस लड़की ने हाल ही में दसवीं की परीक्षा दी है। वह मानसिक रूप से बीमार अपनी मां और अपने चचेरे भाई के साथ रहती है। जीवनयापन के लिए वह सिनेमा में डांसर के तौर पर काम करती है।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी में उसके चचेरे भाई का दोस्त शामिल है, जो उसे दो फरवरी को अट्टींगल के पास से अपने ऑटोरिक्शा में बैठाकर ले गया था। उसने उसके भाई के मूर्छित हो जाने का झांसा दिया था। बाद में वह उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां पर आमिर और अनूप शाह ने उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लड़की की अश्लील वीडियो भी बनाई और उसे यह धमकी देते रहे कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो वह इसे जारी कर देंगे। फरवरी की दो तारीख से 30 मार्च के बीच वह उसे कई स्थानों पर ले गए और कई अन्य लोगों से भी मिलवाया, जहां पर उसे पैसे के बदले अंतरंग होने को कहा गया।
एन डी टी वी