क्या सच में गिरफ्तार होगा भाजपा समर्थक पिंटो परिवार: रायन स्कूल मर्डर केस

गुडगाँव के रायन स्कूल में 7 साल के बच्चे की ह्त्या के मामले में पूछताछ के लिए हरियाणा पुलिस मुम्बई पहुँच चुकी है. इतने गाजे-बाजे के साथ पुलिस रवाना हुई कि स्कूल के प्रबंधक रायन पिंटो और उनके परिवार ने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका बॉम्बे हाई में आज ही डाल दिया. रायन इंटरनेशनल की मैनेजिंग डायरेक्टर ग्रेस पिंटो भाजपा के महिला मोर्चे की राष्ट्रीय सचिव हैं. सत्ता के गलियारे का पावरफुल कनेक्शन ही है कि इस मामले में पुलिस कर कुछ रही है, दिख कुछ रही है. 2015 में भी जब दिल्ली के रायन इंटरनेशनल में एक बच्चे की संदिग्ध मौत हुई थी, तब भी पिंटो परिवार पर आंच नहीं आई. जब उनपर 18 सौ करोड़ रूपये की कर चोरी का मामला आया तो उन्होंने खुद तथा अपने स्कूल के स्टाफ को भाजपा की सदस्यता दिलवा दी.

रायन पिंटो

स्कूल में बच्चे की हत्या के मामले में मृतक प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार की सुबह सुनवाई की. वरुण ठाकुर ने अपनी याचिका में मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार, सीबीआई और केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि क्यों न मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए?

इस बीच पुलिस ने स्कूल मैनेजमेंट के दो पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है. दोनों पदाधिकारियों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया. पुलिस ने तीन दिन की रिमांड मांगी थी. पेशी के दौरान कोर्ट ने कहा कि स्कूल की खामियों के कारण छात्र की जान गई.

प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा, “सर्वोच्च  न्यायलय ने हमारी याचिका पर केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार और सीबीआई को नोटिस जारी किया है और तीन हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा है. ये नोटिस केवल एक स्कूल तक सीमित नहीं है, देश के सभी स्कूल को लेकर है. जिम्मेदारी तय हो, सीबीआई जांच हो ये हमारी मांग थी.” उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट और हरियाणा सरकार पर पूरा भरोसा है.

ग्रेस पिंटो

सवाल है कि प्रद्युम्न के पिता और सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता के कारण पुलिस पिंटो परिवार तक पहुँचने का अहसास मात्र दे रही है, या POSCO कानून के तहत उनकी गिरफ्तारी के प्रति गंभीर है. सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता अरविंद जैन कहते हैं कि बच्चे की ह्त्या और यौन शोषण के प्रयास के मामले में पिंटो परिवार की पूरी जवाबदेही है.

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