असूर्यम्पश्या भारतीय नारी के निकृष्ट आदर्श को लागू करने पर आमादा आरएसएस का यह घिनौना चेहरा है, जो इन दिनों प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय में खुलकर सामने आया है. इसके ख़िलाफ़ छात्राओं का संघर्ष बराबरी के अधिकार के लिए चलने वाली अभूतपूर्व लड़ाई है. हम उन्हें क्रांतिकारी सलाम पेश करते हैं और उन्हें हतोत्साह करने की हिंसक शासकीय-प्रशासकीय कार्रवाइयों की कठोर भर्त्सना करते हैं.
कल 25 सितम्बर को कई संगठन छात्राओं के दमन के ख़िलाफ़ सम्मिलित रूप से दिल्ली के जंतर-मंतर पर 1 बजे दिन में प्रदर्शन करने जा रहे हैं. हम लेखकों-संस्कृतिकर्मियों से अपील करते हैं कि बड़ी संख्या में वहाँ भागीदारी करें.
मुरली मनोहर प्रसाद सिंह (महासचिव)
संजीव कुमार (उप-महासचिव)
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