ACOOUNT NAME: THE MARGINALISED
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संपादक : राजीव सुमन
श्रृंखला संपादक : प्रमोद रंजन
यह किताब एक खास उद्देश्य से एक सुनिश्चित श्रृंखला के तहत प्रकाशित की जा रही किताबों का हिस्सा है. ‘भारत के राजनेता’ सीरीज के तहत प्रकाशित किताबों का उद्देश्य है कि लोग यह समझें कि जिन विचारों, जिन मुद्दों के लिए वे अपने नेता को चुनकर विभिन्न सदनों में भेजते हैं, जिन्हें अपने हितों के लिए जनादेश देते हैं वे क्या और कितना उनकी उम्मीदों पर खरे उतरते हैं. चुने हुए प्रतिनिधि अपनी जनता की समस्याओं, उनके दुःख-दर्द और अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के साथ-ही-साथ राज्य और देश के विकास में कितने मुखर रूप से और प्रभावी ढंग से संसद के या विधान सभा के पटल पर रख पाते हैं. सदनों के पटल पर उनका हर कार्य-व्यवहार उनकी बोली और भाषा उनके भाषण, मुद्दे उठाने और उनके जुझारूपन का सीधा संबंध उन सबकी सामूहिक चेतना और उत्तरदायित्व से जुड़ता है और उसी का प्रतिबिम्बन माना जा सकता है, जिनकी और जिस क्षेत्र की वे नुमाइंदगी कर रहे होते हैं. संसदीय या विधानसभा की कार्यवाहियों में उनकी सक्रीय भागीदारी और हिस्सेदारी उनका व्यक्तिगत मसला नहीं होता. वे कितनी सिद्दत और कितनी सहजता से अपने लोगों, अपने क्षेत्र की समस्याओं को आवाज दे पाने में सफल होते हैं उससे उनकी नियत की झलक मिलती है.
यह किताब भारत में ‘पसमांदा आन्दोलन के सूत्रधार राज्यसभा में दो बार चुने हुए प्रतिनिधि ‘अली अनवर’ की संसदीय सहभागिता और समाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर उनकी पहलों को केन्द्रित है. इस किताब के संपादन में ऐसी रूपरेखा और सम्पादन के क्रम में ऐसे मानक तय किये जो विश्वसनीय हों और जिसके द्वारा तय हो सके कि जनता का वोट जाया नहीं गया. हम संसद के दोनों सदनों और या विधानसभाओं में विभिन्न मसलों पर उनके वक्तव्यों, उनके दर्ज भाषणों और उनके हस्तक्षेपों के साथ-साथ स्पेशल मेंशन, शून्य काल, और तारांकित प्रश्नों-उत्तरों के माध्यम से उनके कंसर्न को देखने समझने की कोशिश कर रहे हैं. इन सबके अलावा एक लंबा साक्षात्कार भी इस पुस्तक में शामिल किया गया है जिससे उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से लेकर उनके सामाजिक राजनैतिक और आर्थिक पृष्ठभूमि को समझने में मदद मिल सके. यह किताब आधुनिक भारत के समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान और इतिहास के शोधार्थियों तथा राजनीति और अपने जन प्रतिनिधि को समझने के लिए आम जन के लिए उपयोगी है.
मूल्य: अजिल्द: 200 रूपये
सजिल्द: 400 रूपये
संपर्क: द मार्जिनलाइज्ड पब्लिकेशन
इग्नू रोड, नेबी सराय, दिल्ली, 68
रजिस्टर्ड कार्यालय: सनेवाड़ी, वर्धा, महाराष्ट्र-1
ईमेल: themarginalisedpublication@gmail.com, फोन: 9650164016, 8130284314
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