प्रत्यक्ष प्रमाण से आगे और सूक्ष्म संवेदना की कविताएं : अभी मैंने देखा
सुनीता गुप्ता
अंतिका प्रकाशन से प्रकाशित ‘अभी मैंने देखा’ शेफाली फ्रॉस्ट की कविताओं का संकलन है, जिसका प्रकाशन इसी वर्ष हुआ है। फिल्म तथा प्रयोगात्मक...
भवसागर के उस पार मिलना पियारे हरिचंद ज्यू
इस उपन्यास को लिखते हुए मनीषा को बार—बार यह डर सताता रहा कि कभी मैं मल्लिका के बहाने हरिचंद ज्यू का जीवन ही न दोहरा दूं। निश्चित रूप से इस उपन्यास का लेखन मनीषा कुलश्रेष्ठ के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था लेकिन उन्होंने जिस तरह इस उपन्यास में संतुलन कायम किया है, वह पाठकों के लिए हैरानी की बात है। मल्लिका बालविधवा थी और काशी अपनी मुक्ति की खोज में आई थी। उसे क्या मालूम था कि बनारस में न केवल भारतेंदु से उसका परिचय होगा बल्कि उनके प्रेम में वह डूब जाएगी।
दुश्मनी से परे जन की बात: पाकिस्तानी जनांदोलन की किताब
“पीपल्स मूवमेंट्स इन पाकिस्तान’” पर एक चर्चा इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कांफ्रेंस हॉल में, आठ फरवरी को रखी गई. पुस्तक पाकिस्तान के जाने माने...
स्त्री विमर्श की पठनीय किताबें
( स्त्री अध्ययन आज भारत में भी एक अकादमिक हकीकत है . विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्त्री -अधययन विभागों में अलग -अलग भाषा माध्यमों में...
सामाजिक क्रांति के लिए आवश्यक सावित्रीबाई फुले के महत्वपूर्ण दस्तावेज
विद्याभूषण रावत
सावित्री बाई जोतिबा फुले भारतीय इतिहास में सर्वोत्तम युगल के तौर पर कहे जा सकते है. भारतीय समाज में यदि फुले दम्पति के...
ये किताबें शर्तिया नुस्खा हैं लड़कों/ मर्दों के बदलने के
मनीषा कुमारी
सबलोग के ताजे अंक में स्त्रीकाल कॉलम के तहत प्रकाशित
आधी आबादी के साथ पुरुषों जैसा बराबरी का सुलूक नहीं होता है . रीति-...
प्रसाद काव्य-कोश
डेस्क
स्त्रीकाल की अनुषंगी संस्था 'द मार्जिनलाइज्ड पब्लिकेशन ' की आगामी किताबों की अग्रिम बुकिंग शुरू है. आगामी तीन से चार सप्ताह में आने वाली किताबों...
मदर इंडिया: एक संघर्षरत भारतीय स्त्री की अमर कथा
अंशु यादव और अरुण कुमार
मदर इंडिया: एक संघर्षरत भारतीय स्त्री की अमर कथा
‘मदर इंडिया’ फ़िल्म 25 अक्टूबर 1957 को प्रदर्शित हुई थी जिसके निर्माता...
हिंदी उपन्यास और थर्ड जेंडर
भावना मासीवाल
भावना मासीवाल महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय में शोध छात्रा हैं. संपर्क :bhawnasakura@gmail.com;
हमारा पूरा समाज दो स्तम्भों पर खड़ा है...
बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की पत्नी (माई साहेब) को बदनाम किया नेताओं ने:रामदास आठवले
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री (राज्य) रामदास आठवले ने कहा कि "नेताओं ने जानबूझ कर माई साहब को बदनाम करने की कोशिश की. बाबा साहब...