दो-दो बच्चों की ह्त्या फिर भी भाजपा की महिला नेता और स्कूल प्रबंधक को बचा रही मोदी-खट्टर सरकार

पिछले दिनों रायन पब्लिक स्कूल में 7 साल के बच्चे प्रदुम्न की हत्या हो गई.  हरियाणा के पुलिस तुरत ह्त्या की गुत्थी सुलझाने की दावा करते हुए हत्या के आरोप में स्कूल के एक बस कंडक्टर को गिरफ्तार कर उससे यह भी कबूल करवा लिया कि बाथरूम में बच्चे की ह्त्या यौन शोषण में नाकाम रहने के बाद उसीने किये हैं. लेकिन प्रदुम्न के माता-पिता उसे हत्यारा मानने से इनकार कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री के साथ ग्रेस पिंटो

रायन पब्लिक स्कूल में बच्चे की ह्त्या के तुरत बाद मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर ने त्वरित कार्रवाई की घोषणा कर मामले के प्रति भाजपा सरकार की गंभीरता का भ्रम देने की कोशिश जरूर की, लेकिन उनके इन प्रयासों के बावजूद स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर ग्रेस पिंटो के भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चे की राष्ट्रीय सचिव होने की बात दब नहीं सकी और न ही उनके महाराष्ट्र कनेक्शन की बात. ग्रेस पिंटो मुम्बई रहती हैं और भाजपा के बड़े नेताओं के साथ उनका उठना-बैठना होता है. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में जरूर तैर रही हैं लेकिन मुख्य मीडिया ने इसे दबा रखा है. गौरतलब है कि पिछले साल रेयान स्कूल के वसंत कुंज दिल्ली में एक छोटे बच्चे की लाश स्कूल की पानी की टंकी में मिली थी. तब भी आशंका थी कि गुड़गांव के प्रद्युम्न की तरह  उसका यौन शोषण हुआ था. स्पष्ट है कि तब भी अपने रसूख के कारण ग्रेस पिंतों स्कूल प्रबंधन को साफ़-साफ़ बचा ले गई थीं.

उनके रसूख को देखकर ही पुलिस और मंत्री हाइपर एक्टिव जरूर दिख रहे हैं लेकिन बच्चे के माँ-बाप के इनकार के बावजूद कंडक्टर को बलि का बकरा बना रखा है. सवाल यह भी उठ रहा है कि सच में यदि उसने ह्त्या की होती तो वह वहाँ से भाग जाता, न कि पुलिस के हत्थे चढने के लिए वहाँ मौजूद होता. सवाल कई और हैं. बच्चा जिसकी कस्टडी में है यानी स्कूल का प्रबंधन उसके यहाँ लगातार दो घटनायें घाट रही हैं, लेकिन प्रबंधन साफ़ बच कैसे रहा है? यहाँ कस्टडी में होने के कारण जिम्मेवारी उसकी भी है कानूनन. एक परिजन ने स्कूल पर यह भी आरोप लगाया है कि उसके बच्चे से खून के धब्बे साफ कराए गये थे. फिर स्कूल की भूमिका प्र सवाल क्यों नहीं. सवाल यह है कि स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर और भाजपा नेता  ग्रेस पिंटो को कौन बचा आरहा है?

गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ ग्रेस पिंटो

साहित्यकार पंकज चतुर्वेदी अपने फेसबुक पेज पर लिखते हैं:  “रायन  के माली, कंडक्टर से ले कर सभी टीचरों के लिए भाजपा का सदस्य बनना अनिवार्य है. सभी को, यहां तक कि भर्ती होने वाले बच्चों के पालकों को भी, सभी को दस दस सदस्य बनाना अनिवार्य है, जो कंडक्टर गिरफ्तार हुआ उसे भी । पिछले चुनाव में स्कूल ने भाजपा के पक्ष में फतवा भी जारी किया था. यह है रेयान स्कूल की अंतर्कथा लेकिन गोदी मीडिया इस पर चुप रहेगा. ये 1800 करोड़ के कर चोरी में भी चर्चित रहीं. हैं.

भारतीय महिला मोर्चा (भाजपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहटकर से स्त्रीकाल के लिए  यह सवाल  पूछा गया कि रेयान की मैनेजिंग डायरेक्टर ग्रेस पिंटों भारतीय महिला मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव हैं और उनके स्कूलों में बच्चों की ह्त्या का यह दूसरा मामला है, तो उनपर और स्कूल पर कार्रवाई को लेकर आपकी क्या राय है. फिलहाल उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है.

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