अतिपिछड़ों के नेतृत्व में हो सामाजिक न्याय
हिंदी सिनेमा में बाबा साहेब अम्बेडकर की वैचारिकी
हिंदी रंगमंच में महिला रंगकर्मियों का योगदान
मुस्लिम महिलाओं के अधिकार, इस्लामी कानून, परंपराएँ और सामाजिक सुधार
राजेंद्र यादव के अंतर्विरोध , हंस और दलित स्त्री अस्मिता के सवाल
चाहे नरक में दीजो डार
सलाखें भीतर और बाहर
दिल्ली में नाइजीरियन यौन- दासियाँ
पश्चिम उत्तर प्रदेश : स्त्री की नियति
हरियाणा की मनीपुरी बहुएं
विमर्श से परे: स्त्री और पुरुष-आख़िरी क़िस्त
यह चुप्पी खतरनाक है
क्षमा करें अंकिता, यह भारत है,आम महिलाओं की जिंदगी मायने नहीं रखती!