जनसंस्कृति मंच की अपील : लेखक करें साहित्य अकादमी के कार्यक्रमों का बहिष्कार
नई धारा राइटर्स रेज़िडेंसी प्रकरण—नागरिक समिति की रिपोर्ट, साहित्यिक जगत की जवाबदेही पर उठे सवाल
बिहार महिला समाज पटना में होने वाले अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव उन्मेश 2025 का करेगा बहिष्कार
साहित्य अकादमी यौन उत्पीड़न मामला: हाईकोर्ट ने बर्ख़ास्तगी को बताया ‘बदले की कार्रवाई’, महिला को बहाल करने का आदेश
“दलित विमर्श और हिंदी साहित्य: भाषा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन”
पुस्तक समीक्षा: जिरहुल-जसिंता केरकेट्टा
पितृसत्ता: महिलाओं में आत्म-दया की कमी का प्रमुख कारण
भारतीय महिलाओं के अधिकार: अतीत से वर्तमान तक की यात्रा
संबंधों के सैलाब की त्रासदी: कहानी संग्रह ‘एक और सैलाब’ मेहरुन्निसा परवेज़ (2)
संबंधों के सैलाब की त्रासदी: कहानी संग्रह ‘एक और सैलाब’ मेहरुन्निसा परवेज़
‘फेंकने दो उन्हें गोबर’: फुले दम्पति की संघर्ष गाथा
अलविदा “रोज दीदी” (डॉ. रोज केरकेट्टा )
कितनी गिरहें खोली हैं मैंने,कितनी गिरहें अब बाक़ी हैं !’: देह,यौनिकता और जेंडर के बरास्ते थर्ड जेंडर सिनेमा की शिनाख्त